विटामिन क्या है?


भोजन के अंश

हमारा भोजन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और पानी जैसी चीजों का सम्मिश्रण है। यह सब वजनदार चीजें है, जिनको एक दूसरे से अलग करके देखा जा सकता है।

विटामिन

परंतु इनके अतिरिक्त एक और चीज भी होती है, वो है विटामिन, जिसका वजन कुछ नहीं, पर गुण बहुत है। बहुत ही कम मात्रा में इनकी आवश्यकता होती हैं। शरीर द्वारा इनका उत्पादन नहीं किया जा सकता, इसलिए भोजन के जरिए इनको लेना आवश्यक हैं।

विटामिन के गुण

हालांकि इनकी आवश्यकता अल्प मात्रा में होती है, किन्तु इनके गुण ऐसे है की, यदि भोजन में इन का अभाव हो जाए, तो हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

यदि अधिक देर तक विटामिन हमें भोजन में प्राप्त ना हो तो हमारा स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो जाते हैं। शरीर दुर्बल हो जाता है और अन्य रोगों का मुकाबला करने के अयोग्य बन कर मनुष्य रोगों में फंस जाता है।

यदि विटामिन भोजन में विद्यमान हो तो स्वास्थ्य ठीक रहता है, शरीर मजबूत रहता है और रोग का सामना करने के योग्य होता है।

इसलिए भोजन में विटामिन ऐसी चीज है, जिसकी उपस्थिति स्वास्थ्य को बढ़ाती है और अनुपस्थिति कई एक विशेष रोगों को उत्पन्न करने का कारण होती है।

इसलिए हमारे शरीर को जिस भोजन की आवश्यकता है, उसमें यह 2 गुण होने आवश्यक है।

एक है – प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और पानी जो हमारे शरीर को बढ़ाने के लिए है और

दूसरा विटामिन, जो शरीर को बीमारी और कमजोरी से बचाने के लिए है।

यदि विटामिन ना हो तो?

यदि विटामिन हमारे भोजन में ना हो तो घातक बीमारियां जैसे, जोड़ों में अकड़न और सूजन, आंखों की लाली, गले की सूजन, मसूड़ों का फूलना, दांतो का हिलना, हड्डियों का कमजोर और टेढ़ा होना, नसों का फूलना, भोजन का ना पचना आदि बीमारियां होने का ख़तरा बढ़ जाता हैं।

विटामिन कहा पाया जाता है?

यह विटामिन अधिकतर ताजी सब्जियों में और उनके हरे पत्तों में, अनाजों की ऊपर की सतह पर, दालों के छिलकों के अंदर, ताजा और बिल्कुल साधारण गर्म किए हुए दूध में, अंडे की जर्दी में, और हरे चने, मटर, टमाटर, संतरे और निंबू आदि में अधिकतर पाए जाते हैं।

जो लोग शौकिनी और अमीरी के कारण मशीनों का बारीक आटा, मशीन से छिलका उतरे हुए भारी चावल, छिलका उतरी धुली हुई दाल, बहुत दूर दूर से आई हुई और बहुत दिनों की बांसी सब्जियां खाने का शौक रखते हैं, वे इन स्वास्थ्यप्रद विटामिन से वंचित रहते हैं और बीमारी का जरा सा भी हमला होने पर बहुत कष्ट उठाते हैं।

पांच प्रकार के प्रमुख विटामिन होते है –
विटामिन ए
विटामिन बी
विटामिन सी
विटामिन डी और
विटामिन ई

विटामिन प्रायः हरी सब्जी, फल, फूल तथा मेवों में पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त हरी घास खाने वाले पशुओं के दूध, गुर्दे, जिगर तथा अंडो में पाए जाते हैं।

भोजन का विटामिन कब नष्ट हो जाता है?

गलने से या बहुत थोड़ा सा घी, तेल डालकर पकाने से भोजन में इनका बहुत कुछ अंश बचा रहता है।

परन्तु अधिक गर्मी या तापमान से विटामिन समाप्त हो जाते हैं। प्रायः 100 डिग्री तापमान पर यह नष्ट हो जाते हैं।

अधिक तेल, घी डाल कर पकाने से, या तलने से विटामिन बिल्कुल नष्ट हो जाते हैं। फिर क्या लाभ? खर्च और मेहनत का, उल्टा परिणाम निकला अर्थात सरासर हानि।

सोडा और विटामिन

क्षारीय पदार्थ सोडा आदि विटामिन को अति शीघ्र नष्ट कर देते हैं। विशेषकर जब सोडा डालकर किसी सब्जी आदि को पकाया जाए तो विटामिन शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं। यदि 80 डिग्री तापमान पर किसी पदार्थ को बड़ी देर तक गर्म रखने से भी विटामिन वैसे के वैसे ही रहेंगे। परंतु जब थोड़ा सा सोडा उसमे डाला जाएगा तो 50 डिग्री तापमान पर ही सारे विटामिन नष्ट हो जाएंगे।

होटल, बोर्डिंग आदि स्थानों पर जहां थोड़े समय में सब्जी आदि तैयार करने के लिए थोड़ा सोडा डाल देते हैं, ताकि वह शीघ्र गल जाए। सब्जी तो शीघ्र गाल जाती और और तैयार हो जाती है, परंतु स्वास्थ्य का रहस्य विटामिन पूर्ण रूप से नष्ट हो जाते हैं।

साग सब्जी को सुखाने से भी इनका प्रभाव नष्ट हो जाता है। इसलिए किसी सब्जी को यदि सुखाकर खाया जाए तो उसे विटामिन नहीं रहेंगे।

विटामिन का अभाव अपना झटपट प्रभाव नहीं दिखाता। परंतु जब कुछ देर तक लगातार भोजन में इन का अभाव रहे तब प्रभाव प्रकट होने आरंभ होते हैं ।

हमें सब प्रकार के विटामिन की आवश्यकता होती है। समय-समय पर प्रत्येक ऋतु में प्रत्येक ग्रुप में से चुनकर वस्तुएं प्रयोग की जाएँ, तो तंदुरुस्ती के लिए अच्छा रहता है।

विटामिन के मुख्य स्त्रोत

यहाँ विटामिन के कुछ मुख्य स्त्रोत दिए गए है –

विटामिन ए और डी

दूध, मक्खन, मलाई, दही- लस्सी, पनीर, गाजर, बंद गोभी, टमाटर, अंडा, मछली का तेल

विटामिन बी

चोकर सहित आटा, बिना धुली छिलके सहित दालें, चना, मटर, टमाटर, गेहूं का चोकर, अखरोट, बादाम, पिस्ता, नारियल, ताजे फल, ताजी सब्जियां, अंडा, दूध

विटामिन सी

ताजे फल खासकर संतरे, मोसंबी, नींबू, टमाटर, अंगूर, कच्ची सब्जियां, मूली, शलगम, गाजर, आड़ू, सेब, उबाल कर छिलका उतारा हुआ आलू, ताजा दूध

विटामिन सी तेज आज पर रखने से नष्ट हो जाते हैं। सब्जियों को सुखाने से भी यह विटामिन नष्ट हो जाता है।