Name of Organs of the Respiratory System in Hindi
जब हम श्वास लेते है, तब हवा, नाक से फेफड़ों तक पहुँचती है। हवा के आने और जाने के इस रास्ते को रेस्पिरेटरी सिस्टम कहते है।
श्वसन तंत्र – श्वसन संस्थान के अंगों के अंग्रेजी और हिन्दी नाम
- Respiratory System
- रेस्पिरेटरी सिस्टम को हिंदी में,
- श्वसन तंत्र,
- श्वसन प्रणाली,
- श्वसन संस्थान या
- श्वासोच्छवास संस्थान कहते है।
श्वसन तंत्र को, दो भागों में बांटा जाता है –
- Upper Respiratory Tract
- अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट
- उपरी श्वसन प्रणाली,
- उपरी श्वसन तंत्र
- Lower Respiratory Tract
- लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट
- निचली श्वसन प्रणाली,
- निचला श्वसन तंत्र
Upper Respiratory Tract – उपरी श्वसन तंत्र के अंग
उपरी श्वसन तंत्र के मुख्य अंग है –
- Nose
- नोज
- नाक
- Nasal Cavity
- नेसल कैविटी
- नासा गुहा
- नाक का छेद
- Pharynx
- फैरिंक्स
- ग्रसनी
- Nasopharynx
- नैसो-फैरिंक्स
- नासाग्रसनी
- Oropharynx
- ओरो-फैरिंक्स
- मुखग्रसनी
- Laryngopharynx
- लैरिंगो-फैरिंक्स
- कंठग्रसनी
Lower Respiratory Tract – निचला श्वसन तंत्र
निचले श्वसन तंत्र के मुख्य अंग है –
- Larynx
- लैरिंग्स,
- कंठनली,
- स्वरयंत्र
- Trachea
- ट्रेकिआ,
- श्वासनली,
- वायु-नली,
- श्वासप्रणाल,
- टेंटुआ
- Bronchus
- ब्रॉन्कस,
- श्वसनी,
- हवा की नली
- Bronchi
- ब्रोंकाई,
- हवा की नलियाँ,
- वायु प्रणालियां
- Lung
- लंग
- फेफड़ा
- फुप्फुस
- Lungs
- लंग्स
- फेफड़े
- Right Lung
- राइट लंग
- दायां फेफड़ा
- Left Lung
- लेफ्ट लंग
- बायां फेफड़ा
- Alveoli, Air Sacs
- एल्वियोलाई,
- वायु कोष्ठ
- Pleura
- प्लूरा
- फुप्फुसावरण
- Diaphragm
- डायाफ्राम,
- महाप्राचीरा,
- छाती और उदर के बीच की पेशी,
- वक्ष-उदर-मध्यस्थ पेशी
साँस के मुख्य अवयव
नाक के सूराख या नथने (nostrils) –
जब हम श्वास लेते है तो हवा नाक के सुराखों से शरीर के अन्दर जाती है।
इस सम्बन्ध में यह याद रखना चाहिए कि, साँस खींचने का अवयव नाक है न कि मुँह। मुँह से साँस लेना ठीक नहीं है।
गला या कंठ (throat) –
नाक से हवा गले में उतरती है।
स्वरयंत्र (larynx) –
गले से हवा स्वरयंत्र में आती है। स्वरयंत्र हवा की नली का ऊपरी हिस्सा है।
श्वासनली (trachea) –
स्वरयंत्र के बाद ही श्वासनली नामक हवा की नली है। हवा स्वरयंत्र से श्वासनली में जाती है।
हवा की नलियाँ (bronchi – ब्रोंकस – वायु प्रणालियां) –
श्वासनली की लम्बाई लगभग साढ़े ४ इंच होती है। इसके बाद इसकी दो शाखाएं हो जाती है। ये ही फेफडों में हवा ले जाती है। श्वासनली से हवा इन नलियों मे आती है। एक नली दाहिने फेफड़े में जाती है, और दूसरी बायें मे।