क्या एडिपोज़ टिशू (adipose tissue) एंडोक्राइन सिस्टम का हिस्सा है?
हाँ, एडिपोज़ टिशू (adipose tissue) को एंडोक्राइन सिस्टम का हिस्सा माना जाता है।
पहले इसे सिर्फ ऊर्जा (energy) को स्टोर करने वाली एक साधारण संरचना समझा जाता था, लेकिन रिसर्च ने दिखाया है कि एडिपोज़ टिशू मेटाबॉलिकली एक्टिव (metabolically active) है और एंडोक्राइन सिग्नलिंग (endocrine signaling) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एडिपोज़ टिशू कई बायोएक्टिव पदार्थ (bioactive substances) को स्रावित करता है, जिन्हें एडिपोकाइन्स (adipokines) या एडिपोसाइटोकाइन्स (adipocytokines) कहा जाता है।
ये ऊर्जा संतुलन (energy balance), ग्लूकोज मेटाबोलिज़्म (glucose metabolism), और सूजन (inflammation) को प्रभावित करते हैं। इनमें मुख्यतः शामिल हैं:
- लेप्टिन (Leptin): यह ब्रेन के हाइपोथैलेमस (hypothalamus) को सिग्नल भेजकर भूख (appetite) और ऊर्जा व्यय (energy expenditure) को नियंत्रित करता है।
- एडिपोनेक्टिन (Adiponectin): यह इंसुलिन सेंसिटिविटी (insulin sensitivity) को सुधारता है और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) इफेक्ट्स भी होते हैं।
- रेसिस्टिन (Resistin): यह इंसुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance) से जुड़ा है।
- साइटोकाइन्स (Cytokines): इनमें ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर-एल्फा (tumor necrosis factor-alpha या TNF-α) और इंटरल्यूकिन-6 (interleukin-6 या IL-6) जैसे इंफ्लेमेटरी मॉलिक्यूल्स (inflammatory molecules) शामिल हैं, जो सूजन और मेटाबोलिक रेगुलेशन में भूमिका निभाते हैं।
- स्टेरॉइड हार्मोंस (Steroid Hormones): एडिपोज़ टिशू स्टेरॉइड हार्मोंस के मेटाबॉलिज्म में भी शामिल होता है, जैसे एंड्रोजेन्स (androgens) को एरोमैटेज़ (aromatase) द्वारा एस्ट्रोजेन्स (estrogens) में बदलना।
इन फ़ंक्शन्स के साथ-साथ, एडिपोज़ टिशू पैंक्रियास (pancreas), लिवर (liver), और हाइपोथैलेमस (hypothalamus) जैसे अन्य एंडोक्राइन ऑर्गन्स के साथ इंटरैक्ट करता है।
यह पूरे शरीर में ऊर्जा संतुलन (systemic energy homeostasis) और मेटाबोलिज्म (metabolism) को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इस तरह एडिपोज़ टिशू का ऊर्जा भंडारण (energy storage) और एंडोक्राइन सिग्नलिंग (endocrine signaling) में दोहरी भूमिका होती है।
इसकी यह भूमिका सामान्य शारीरिक प्रक्रियाओं (normal physiology) और मोटापा (obesity), डायबिटीज़ (diabetes), और कार्डियोवस्कुलर कंडीशन्स (cardiovascular conditions) जैसी बीमारियों में बहुत महत्वपूर्ण है।
क्या मेडिकल किताबों में एंडोक्राइन सेक्शन में इसे अलग चैप्टर के रूप में पढ़ाया जाता है?
अधिकतर पारंपरिक मेडिकल टेक्स्टबुक्स में एडिपोज़ टिशू (adipose tissue) को एंडोक्राइन सेक्शन में अलग, स्वतंत्र चैप्टर के रूप में नहीं पढ़ाया जाता।
लेकिन इसे निम्नलिखित विषयों या चैप्टर्स में ज़रूर शामिल किया जाता है:
- एंडोक्राइन फिज़ियोलॉजी (Endocrine Physiology): एडिपोज़ टिशू को हार्मोंस (hormones) और मेटाबोलिक रेगुलेशन (metabolic regulation) के संदर्भ में, खासकर लेप्टिन (leptin), एडिपोनेक्टिन (adiponectin), और अन्य एडिपोकाइन्स (adipokines) के संदर्भ में चर्चा की जाती है।
- मेटाबोलिज्म और ऊर्जा संतुलन (Metabolism and Energy Balance): एडिपोज़ टिशू को मोटापा (obesity), इंसुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance), और मेटाबोलिक सिंड्रोम (metabolic syndrome) जैसे विषयों में प्रमुखता से शामिल किया जाता है।
- मोटापा और संबंधित विकार (Obesity and Related Disorders): कुछ किताबों में मोटापा और इसके कार्डियोवस्कुलर (cardiovascular) और एंडोक्राइन सिस्टम पर प्रभाव के संदर्भ में एडिपोज़ टिशू की भूमिका को कवर किया जाता है।
- प्रजनन एंडोक्राइनोलॉजी (Reproductive Endocrinology): एडिपोज़ टिशू की एस्ट्रोजेन (estrogen) उत्पादन में एरोमैटेज़ (aromatase) एक्टिविटी के माध्यम से भूमिका को प्रजनन हार्मोंस (reproductive hormones) से संबंधित चैप्टर्स में कवर किया जाता है।
- सूजन और इम्म्यून-एंडोक्राइन इंटरैक्शन (Inflammation and Immune-Endocrine Interactions): क्योंकि एडिपोज़ टिशू इंफ्लेमेटरी साइटोकाइन्स (inflammatory cytokines) स्रावित करता है, इसे एंडोक्राइनोलॉजी और इम्यूनोलॉजी (immunology) को जोड़ने वाले चैप्टर्स में भी चर्चा की जाती है।
मेडिकल किताबों में उभरते हुए रुझान
जैसे-जैसे एडिपोज़ टिशू की एंडोक्राइन फ़ंक्शन्स के बारे में समझ बढ़ रही है, नई मेडिकल किताबें या उनके एडवांस एडिशन्स में इसे एंडोक्राइनोलॉजी, मेटाबोलिज्म, या मोटापे के टॉपिक्स में एक डेडिकेटेड सबसेक्शन (या कभी-कभी चैप्टर) के रूप में शामिल किया जा रहा है।
उदाहरण के लिए:
- कुछ एंडोक्राइनोलॉजी-विशेष किताबों में एडिपोज़ टिशू को स्पष्ट रूप से एक एंडोक्राइन ऑर्गन के रूप में संबोधित किया जाता है।
- Guyton and Hall Textbook of Medical Physiology या Harrison’s Principles of Internal Medicine जैसी किताबें एडिपोज़ टिशू को एनर्जी होमियोस्टेसिस (energy homeostasis), डायबिटीज़ (diabetes), और मोटापे (obesity)-संबंधित एंडोक्राइन प्रभावों में शामिल करती हैं।
हालांकि, पारंपरिक टेक्स्टबुक्स में अभी एडिपोज़ टिशू को एक पूरे चैप्टर के रूप में शामिल नहीं किया गया है, इसे एंडोक्राइन सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
भविष्य में, जब इस पर और रिसर्च होगी, तो इसे और अधिक व्यापक कवरेज मिलने की संभावना है।