एडिनॉइड्स

Adenoids



एडिनॉइड्स आपके इम्यून सिस्टम (immune system) का हिस्सा हैं।

ये आपके नाक के पीछे ऊपरी वायुमार्ग में मौजूद होते हैं और शरीर में नाक और मुंह के रास्ते आने वाले कीटाणुओं (germs) को रोकने में मदद करते हैं।

एडिनॉइड्स बच्चों में ज्यादा सक्रिय होते हैं और 5-7 साल की उम्र के बाद धीरे-धीरे सिकुड़ने लगते हैं।

बड़े होने पर ये अक्सर पूरी तरह गायब हो जाते हैं।


एडिनॉइड्स क्या हैं?

एडिनॉइड्स एक प्रकार की ग्लैंड्स (glands) हैं जो नाक के पीछे, गले के ऊपरी हिस्से में स्थित होती हैं।

ये लिम्फैटिक सिस्टम और इम्यून सिस्टम का हिस्सा हैं।

ये उन कीटाणुओं को रोकते हैं जो सांस लेने या खाने-पीने के दौरान शरीर में घुस सकते हैं।


एडिनॉइड्स के कुछ रोचक तथ्य

एडिनॉइड्स बच्चों और छोटे बच्चों की संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

ये 3-5 साल की उम्र में सबसे ज्यादा बड़े होते हैं।

7-8 साल की उम्र के बाद ये सिकुड़ने लगते हैं।

वयस्क होने तक ये पूरी तरह गायब हो सकते हैं।


एडिनॉइड्स का काम (Function)

एडिनॉइड्स क्या करते हैं?

एडिनॉइड्स कीटाणु और वायरस को रोकने का काम करते हैं।

ये सफेद रक्त कोशिकाओं (white blood cells) की मदद से कीटाणुओं को निशाना बनाते और रोकते हैं।

एडिनॉइड्स एंटीबॉडीज (antibodies) भी बनाते हैं, जो शरीर में अनजान कीटाणुओं से लड़ने में मदद करती हैं।


एडिनॉइड्स की संरचना (Anatomy)

एडिनॉइड्स कहाँ स्थित हैं?

ये आपके सॉफ्ट पैलेट (soft palate) के ऊपर और नाक के पीछे होते हैं।

इन्हें गले में देखकर नहीं पाया जा सकता, क्योंकि ये नाक के भीतर ऊपरी हिस्से में छुपे होते हैं।

आपके टॉन्सिल्स की तरह, आप अपने गले में देख कर एडेनॉइड्स को नहीं देख सकते।

एडिनॉइड्स कैसे दिखते हैं?

एडिनॉइड्स मुलायम गुलाबी टिशू का एक पैच होते हैं।

इनकी बनावट “गोभी के फूल” जैसी लग सकती है।

एडिनॉइड्स का आकार कितना होता है?

सामान्य एडिनॉइड्स का औसत आकार 6.2 मिलीमीटर होता है।

यदि एडिनॉइड्स बढ़े हुए हों, तो उनका आकार 11.6 मिलीमीटर तक हो सकता है।

संक्रमण या एलर्जी की वजह से एडिनॉइड्स का आकार बढ़ सकता है।

एडिनॉइड्स किससे बने होते हैं?

एडिनॉइड्स लिम्फॉइड टिशू (lymphoid tissue) से बने होते हैं। वही प्रकार का टिशू जिससे आपके लिम्फ नोड्स बने होते हैं।

लिम्फॉइड टिशू में सफेद रक्त कोशिकाएं (lymphocytes) होती हैं, जो एंटीबॉडीज बनाती हैं और इम्यून रिस्पॉन्स में मदद करती हैं।


एडिनॉइड्स से जुड़ी बीमारियाँ (Conditions and Disorders)

बच्चों का शरीर जब किसी संक्रमण से लड़ता है, तो एडिनॉइड्स सूज (inflamed) सकते हैं और बड़े (enlarged) हो सकते हैं।
इसका कारण हो सकता है:

  • बार-बार कान का इंफेक्शन (frequent ear infections)।
  • ऊपरी सांस की नली का संक्रमण (upper respiratory infections)।
  • बार-बार नाक से खून आना (recurring nosebleeds)।
  • एलर्जी (allergies)।

एडिनॉइड्स के बढ़ने के लक्षण

कई बच्चों में बढ़े हुए एडिनॉइड्स का कोई लक्षण नहीं होता।
लेकिन कुछ मामलों में ये समस्या पैदा कर सकते हैं:

  • गला दर्द (sore throat)।
  • नाक बंद होना (nasal congestion)।
  • कान में भारीपन महसूस होना।
  • मुंह से सांस लेना (mouth breathing)।
  • सोने में दिक्कत (trouble sleeping)।
  • खर्राटे लेना (snoring)।
  • ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (obstructive sleep apnea)।

बच्चों के एडिनॉइड्स की जाँच कैसे की जाती है?

अगर आपके बच्चे के एडिनॉइड्स में कोई समस्या होने का शक है, तो डॉक्टर कुछ जाँचें कर सकते हैं:

  1. Imaging Tests (इमेजिंग टेस्ट):
    • डॉक्टर आपके बच्चे की नाक, साइनस और एडिनॉइड्स को बेहतर तरीके से देखने के लिए X-ray, CT scan या MRI कर सकते हैं।
  2. Sleep Studies (स्लीप स्टडी):
    • अगर एडिनॉइड्स के बढ़ने से खर्राटे या obstructive sleep apnea हो रहा है, तो डॉक्टर स्लीप स्टडी करने की सलाह दे सकते हैं।
  3. Nasal Endoscopy (नेजल एंडोस्कोपी):
    • इस टेस्ट में डॉक्टर एक लचीली ट्यूब (flexible tube) बच्चे की नाक में डालते हैं।
    • इस ट्यूब के सिरे पर लाइट और कैमरा लगा होता है, जिससे डॉक्टर एडिनॉइड्स को सीधे देख सकते हैं।
    • इससे पता चलता है कि एडिनॉइड्स लाल, सूजे (inflamed) हुए या बड़े (enlarged) हैं या नहीं।
  4. Bacteria Culture Test (बैक्टीरिया कल्चर टेस्ट):
    • अगर डॉक्टर को लगता है कि एडिनॉइड्स के बढ़ने का कारण संक्रमण (infection) है, तो वे गले का सैंपल (throat culture) ले सकते हैं।
    • इससे यह पता चलता है कि संक्रमण कौन से बैक्टीरिया या जीवाणु के कारण हुआ है।

बढ़े हुए एडिनॉइड्स का इलाज

बढ़े हुए एडिनॉइड्स का इलाज कैसे किया जाता है?

डॉक्टर आमतौर पर समस्या की जड़ (underlying condition) का इलाज करने से शुरुआत करते हैं।

अगर गैर-सर्जिकल (nonsurgical) इलाज से फायदा नहीं होता, तो डॉक्टर Adenoidectomy (एडिनॉइड्स को हटाने की सर्जरी) की सलाह दे सकते हैं।

Underlying Condition का इलाज करना

अगर एडिनॉइड्स एलर्जी (allergy) के कारण बढ़े हुए हैं, तो डॉक्टर antihistamines या nasal corticosteroid spray लिख सकते हैं।

अगर बैक्टीरिया संक्रमण के कारण एडिनॉइड्स सूजे हुए हैं, तो डॉक्टर antibiotics दे सकते हैं।

एडेनोइडेक्टॉमी – Adenoidectomy (एडिनॉइड्स की सर्जरी)

अगर दवाओं से सुधार नहीं होता, तो डॉक्टर Adenoidectomy की सलाह दे सकते हैं।

इस सर्जरी में एडिनॉइड्स को हटाया जाता है।

यह सर्जरी general anesthesia के तहत की जाती है और इसे outpatient procedure (यानी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं) के रूप में किया जाता है।

सर्जरी के दौरान पारंपरिक उपकरणों या cautery (ताप से जलाकर हटाने की तकनीक) का इस्तेमाल किया जाता है।

ज़्यादातर बच्चे 2-3 दिनों में ठीक हो जाते हैं।

रिसर्च से पता चला है कि एडिनॉइड्स हटाने से सर्दी-जुकाम या संक्रमण का खतरा नहीं बढ़ता।


निष्कर्ष (Conclusion)

एडिनॉइड्स छोटे होते हैं, लेकिन बच्चों की सेहत के लिए इनका बड़ा काम है।

ये बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत रखते हैं जब तक उनका शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए अन्य तरीके विकसित नहीं कर लेता।

लेकिन कभी-कभी एडिनॉइड्स बढ़े हुए या सूजे हुए हो सकते हैं, जिससे तकलीफ हो सकती है।

Nasal steroid sprays, antihistamines, और antibiotics जैसे इलाज आमतौर पर असरदार होते हैं। अगर समस्या बार-बार हो रही है, तो डॉक्टर Adenoidectomy की सलाह दे सकते हैं।

अपने बच्चे के लिए सबसे सही इलाज का फैसला डॉक्टर से पूछकर करें।