Animal Bites – जानवरों द्वारा काटना



किसी जानवर के काटने पर क्या करें?

  • अगर कोई जानवर आपको काटता है,
  • या खरोच लगाता है,
  • तो उस जख्म मे संक्रमण (infection) हो सकता है।
  • इसलिए, जख्म को तुरंत साफ करे और
  • जितनी जल्दी हो सके, 
  • चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करे।
  • अगर जानवर आपके परिवार का पालतू भी हो,
  • तो आपको इन चरणो का पालन करना चाहिए:
  • जख्म को,
  • साबुन और पानी से,
  • अच्छी तरह धो ले।
  • काटने से हुए घाव, अधिकतर,
  • छेद वाले घाव होते है,
  • जो यदि अच्छी तरह से साफ ना किए जाएं,
  • तो सक्रमित हो सकते है।
  • खून बहना रोकने के लिए,
  • उस जगह को दबाएं।
  • जब खून बहना बंद हो जाए,
  • तो जख्म पर,
  • निओस्पोरिन जैसी एंटीबायोटिक क्रीम लगाए।
  • काटी हुई या खरोच वाली जगह को,
  • एक साफ बैंडेज से ढक दे।
  • यदि संभव हो तो,
  • उसी दिन चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करे।
  • यदि टाके लगाने की जरूरत हो,
  • तो उन्हें जानवरों द्वारा काटने के,
  • 12 घटो के भीतर लगाया जाना चाहिए।
  • इंसान द्वारा काटे जाने पर भी,
  • वही प्राथमिक उपचार और
  • तत्काल चिकित्सकीय सहायता मिलनी चाहिए,
  • जो जानवर के काटने पर ली जाती है।

टिटनेस का टीका:

  • आपके बच्चे को अगर पिछले 5 वर्षो मे,
  • टिटनेस का कोई टीका नही लगा है,
  • तो उसे यह टीका लगाया जाएगा।
  • वयस्क को प्रत्येक 10 साल मे,
  • टीका लगाने की जरूरत होती है।

उपचार

  • आपके डॉक्टर जो उपचार देने को कहे, उसका पालन करे।
  • जख्म के ठीक होने तक,
  • हर दिन बैंडेज हटाए और
  • घाव की जांच करे।
  • जख्म को साबुन और पानी से,
  • साफ करे और
  • इस पर साफ बैंडेज लगाए,
  • जब तक कि जख्म ठीक न हो जाए।
  • आपका डॉक्टर काटने की रिपोर्ट,
  • आपके स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को करेगा।

यदि इनमें से कुछ हो तो अपने डॉक्टर को फोन करें:

  • जख्म लाल हो,
  • सुजा हुआ हो,
  • छूने पर गर्म लगता हो,
  • या ज्यादा दर्द करे।
  • जख्म ज्यादा रिसता हो या
  • इससे दुर्गन्ध आए।
  • यदि बुखार,
  • 101 डिग्री F या
  • 38 डिग्री C से अधिक हो।

जानवर के विषय में क्या करें:

  • जिस जानवर ने आपको या आपके बच्चे को काटा है,
  • यदि आप उसके मालिक के बारे मे नही जानते,
  • तो तत्काल अपने डॉक्टर को फोन करे।
  • जानवर को रेबीज (जलातक) हो सकता है।
  • यदि जानवर पालतू था,
  • तो उसके मालिक को ढूढने की कोशिश करे।
  • पता लगाए कि,
  • क्या जानवर को रेबीज के इंजेक्शन लगे थे या नही, और
  • किस तारीख को लगे थे।
  • डॉक्टर को उपचार की योजना बनाने के लिए,
  • यह जानने की आवश्यकता होगी।
  • जब सभव हो,
  • तो जानवर को किसी बाडदार जगह मे,
  • लोगो और दूसरे जानवरो से,
  • 10 दिनो के लिए दूर रखे।
  • उसके व्यवहार मे आने वाले बदलावो पर नजर रखे।
  • किसी खूंखार या जंगली जानवर को,
  • पिजड़े में बंद करने की कोशिश न करें।
  • पुलिस या जानवर नियत्रण विभाग को कॉल करे।
  • यदि आप या आपके बच्चे को चमगादड ने काटा है, या
  • तो आपको डॉक्टर से अवश्य संपर्क करना चाहिए।

जानवरों के आस-पास सुरक्षा

अपने बच्चे को जानवरो के आस-पास सुरक्षित रहना सिखाए

  • भोजन करते हुए किसी जानवर को कभी परेशान न करे।
  • अपने पालतू जानवर के कान या पूँछ न खींचे।
  • अपने पालतू जानवर को धीरे-से उठाए।
  • जानवर को दुलार करने के बाद अपने हाथ धोएं।
  • जगली जानवरो या
  • अनजान जानवरो को खाना न खिलाए।
  • छोटे बच्चो को जानवर के पिंजरे में,
  • अपने हाथ नही डालने चाहिए।
  • पालतू जानवरो को पट्टे से बाधकर रखे।

कुत्ता डरा रहा हो तो:

  • अगर कोई कुत्ता डरा रहा हो तो
  • कभी भी न तो चिल्लाएं और न ही दौड़े।
  • अपने हाथो को,
  • अपनी बगलो मे रखकर,
  • एकदम स्थिर खड़े रहें
  • कुत्ते से नजर न मिलाएं
  • जब कुत्ता आपमे दिलचस्पी लेना बद कर दे,
  • तो धीरे-धीरे पीछे चलते जाए,
  • जब तक कि वह नजरो से ओझल न हो जाए।
  • अगर कुत्ता हमला करे,
  • तो अपनी जैकेट, किताबो का बैग, या
  • जो कुछ भी आपके पास हो,
  • उसे अपने और कुत्ते के बीच ले आए।
  • अगर आप गिर जाए या
  • जमीन पर गिरा दिए जाए,
  • तो अपने हाथो को,
  • अपने कानो के ऊपर रखकर,
  • किसी गोल चीज की तरह गुडी-मुडी हो जाए और
  • हिले-डुले नही।
  • न ही चिल्लाएं और
  • न लुढकने की कोशिश करे।
  • अगर कोई कुत्ता गुर्रा रहा हो या
  • आपके पास जाने पर गुर्राये,
  • तो हमेशा उससे दूर चले जाएं।
  • कभी भी दौड़े नही।