Headache – सर दर्द



सर दर्द – Headache

सिर दर्द यानि सिर मे दर्द महसूस होना। सिर दर्द अलग-अलग तरह के होते हैं और उनके कारण भी अलग-अलग होते हैं।


साइनस का सिर दर्द

साइनस के सिर दर्द से सिर और चेहरे के अग्र भाग मे दर्द होता है।

यह दर्द गाल, नाक और आँखों के पीछे के शिरानाल (sinus) के मार्गों पर सूजन की वजह से होता है।

यह दर्द तब अधिक होता है, जब आप आगे की ओर झुकते हैं और जब आप सुबह पहली बार उठते हैं। आप की नाक बह सकती है या आप के गले मे खराश आ सकती है।


तनाव का सिर दर्द

तनाव का सिर दर्द सिर और गर्दन मे मांस पेशियों की जकडन से होता है।

तनाव के सिर दर्द के लक्षणो मे आँखो के ऊपर और सिर के पीछे के हिस्से मे मन्द या लगातार धुकधुकी जैसा दर्द शामिल हैं।

दर्द पूरे सिर मे फैल सकता है या गर्दन और कँधो पर फैल सकता है। इन जगहों की मांस पेशियों मे कसाव महसूस हो सकता है।


आधासीसी (माइग्रेन – migraine) का सिर दर्द

माइग्रेन का सिर दर्द दिमाग मे शिराओं में सूज आ जाने से होता है।

आधासीसी (माइग्रेन) की वजह से बहुत दर्द होता है, दृष्टि मे परिवर्तन होता है, और मतली या उल्टी होती है। रोशनी, शोर या कुछ गंधों से ये लक्षण और तीव्र हो सकते हैं।

दर्द, ऑख या कनपटी के आसपास शुरू होकर सिर के एक ही तरफ होता है, पर यह फैल भी सकता है।

जिन चीजो से माइग्रेन का दर्द शुरू हो सकता है उनमे ये शामिल हैं:

  • तेज या चमकदार रोशनी, ऊँची आवाजें या तेज गंध
  • कुछ खाद्य या पेय पदार्थ जैसे कि:
    • सख्त चीज (पनीर)
    • बेकन, हॉट डॉग और डेली मीट जैसे संसाधित (processed) मांस
    • गेहूँ की ब्रेड या ग्लुटन वाले अनाज
    • कृत्रिम मिठास पैदा करने वाले उपर से डाले जाने वाले पदार्थ या एमएमएसजी
    • चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक्स और चॉकलेट मे पाया जाने वाला कैफीन
    • रेड वाइन या अल्कोहल वाले अन्य पेय
  • मौसम या हवा के दबाव मे परिवर्तन
  • आँखों में कष्ट
  • मासिकधर्म के दौरान महिलाओ मे होर्मोन मे परिवर्तन
  • गर्भनिरोधक गोलियों जैसी दवाइयाँ
  • बहुत अधिक सोना या नींद पूरी न होना
  • एक वक्त का खाना न खाना या लम्बे समय तक भूखा रहना
  • धूम्रपान या धुएँ के आसपास रहना
  • तनाव

माइग्रेन से पहले चेतावनी स्वरूप लक्षण हो सकते हैं जिन्हे औरा (aura) कहा जाता है। इन चेतावनी रूप लक्षणों मे ये शामिल हो सकते हैं:

  • अचानक थकान या बार-बार उबासी आना
  • दृष्टि मे परिवर्तन जैसे काले धब्बे, चमकदार रोशनी, लकीरें या अन्य चीजें जो न हों वे
    दिखना, या धुंधली दृष्टि
  • हाथ या पैर मे झुनझुनी

क्लस्टर सिर दर्द

क्लस्टर सिर दर्द से सिर मे बहुत तेज दर्द होता है। सिर दर्द क्लस्टर या समूहो मे होते हैं। ये हफ्तों या महीनों के चक्र मे दिन मे 1 या उससे ज्यादा बार होते हैं। हर क्लस्टर चक्र के अंत मे ये सिर दर्द अचानक बंद हो जायेंगे।

प्रायः ये 6 महीने से ले कर एक साल तक या उससे ज्यादा समय तक वापस नहीं आते।

क्लस्टर सिर दर्द किस वजह से होते हैं, इसकी जानकारी नहीं है, पर इनके समेत ऐसी चीजें हैं जिन से ये शुरू हो सकते हैं:

  • वसंत और पतझड मे हर रोज की सूरज की रोशनी की मात्रा मे परिवर्तन
  • रोशनी की चकाचौंध
  • शराब
  • धूम्रपान
  • कुछ आहार
  • कुछ दवाइयाँ

आपकी देखभाल

आपके चिकित्सक एक जाँच करेंगे। आप की देखभाल लक्षणों और आपको किस प्रकार का सिर दर्द है, उसके आधार पर होगी। आप की देखभाल के हिस्से के रूप मे आप को यह करने की जरूरत पड सकती है:

सिर दर्द के लिए चिकित्सक के निर्देशों के अनुसार पेरासिटामोल (paracetamol), एस्पिरिन (aspirin) या आइबूप्रोफेन (ब्रुफेन, brufen) जैसी दवाइयाँ लेनी पड सकती हैं। बच्चों को एस्पिरिन न दें। यदि ऑवर द काउन्टर (OTC) दवाइयाँ आपका दर्द कम नहीं करती हैं, तो अपने चिकित्सक से पर्ची वाली दवाइयों के बारे मे बात करें।

पर्याप्त नींद लें।

विश्राम करें, तनाव कम करें और अच्छी मुद्रा (good posture) का उपयोग करें।

स्वास्थ्यप्रद आहार लें, खाना देर से न खाएं और भूखे न रहें।

आंखो को तकलीफ देना टालें।

धूम्रपान और शराब से बचें।

सिर दर्द की डायरी रखें, ताकि जिन चीजो से सिर दर्द शुरू होते हो उन्हें आप पहचान सकें और उनसे दूर रह सकें।


अपने चिकित्सक को फौरन बुलाएँ अगर:

आपका सिर दर्द सिर पर चोट लगने से होता है।

आपकी जबान लडखडाती है, आपकी दृष्टि मे परिवर्तन होता है, आपको हाथ या पैर
हिलाने मे मुश्किल होती है, आप स्थिर नहीं रह सकते, आप को भ्रम होता है या आप की याददाश्त चली जाती है।

आपको बुखार, अकडी हुई गर्दन, मतली और उल्टी के साथ सिर दर्द है।

आपको अचानक बहुत तेज सिर दर्द होता है।

24 घण्टे मे आपका सिर दर्द और तेज हो जाता है या एक दिन से ज्यादा रहता है।

आपका सिर दर्द बहुत तेज है, एक ऑख के नजदीक है और वह ऑख लाल है।

आपको लम्बे अर्से से सिर दर्द हैं, पर उसकी तीव्रता मे परिवर्तन हुआ है।

यदि आपका कोई प्रश्न हो, तो अपने चिकित्सक से बात कीजिए।