हाइपोथायरायडिज्म में क्या खाएं और क्या न खाएं
हमारे भोजन में कुछ ऐसे तत्व रहते है जो थायराइड की सेहत के लिए जरूरी होते है, जैसे कि आयोडीन (iodine), सेलेनियम (selenium), जिंक (zinc) आदि।
यदि हम संतुलित भोजन लेते हैं तो हमें सभी तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल जाते हैं और हमें किसी भी सप्लीमेंट को (जैसे विटामिन की टेबलेट) लेने की जरूरत नहीं पड़ती है।
थाइरोइड ग्रंथि द्वारा थाइरोइड हार्मोन के उत्पादन के लिए और थाइरोइड हॉर्मोन के शरीर के अंगो पर सही तरीके से कार्य करने के लिए जरुरी तत्व इस प्रकार है –
आयोडीन
Iodine
आयोडीन थायराइड हार्मोन का एक प्रमुख तत्व है। थायराइड ग्रंथि रक्त से आयोडीन लेकर थायराइड हार्मोन बनाती है। इसलिए यदि आयोडीन की कमी हो जाएं तो थायराइड ग्रंथि से पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं हो पाता है।
आयोडीन की कमी यह दुनियाभर में एक आम समस्या है और करीब-करीब दुनिया की एक तिहाई जनसंख्या इससे प्रभावित है। किंतु विकसित देशों में आयोडीन युक्त भोजन के कारण आयोडीन की कमी आम समस्या नहीं है।
यदि आपको आयोडीन की कमी के कारण थायराइड रोग है, तो आप भोजन में आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करें और सी फूड, मछली, दूध और अंडे का इस्तेमाल करके आयोडीन की कमी को दूर कर सकते हैं।
यदि आप भोजन के द्वारा पर्याप्त आयोडीन लेते हैं तो आपको आयोडीन सप्लीमेंट (दवा के रूप में आयोडीन) लेने की जरूरत नहीं है।
आयोडीन की ज्यादा मात्रा भी शरीर के लिए हानिकारक है क्योंकि ज्यादा मात्रा में आयोडीन भी थायराइड ग्रंथि को नुकसान पहुंचा सकता है।
सेलेनियम
Selenium
सेलेनियम थायराइड हार्मोन को सक्रिय करने में शरीर की मदद करता है, जिससे कि वह शरीर के अंगों की कोशिकाओं पर अपना कार्य कर सके।
सेलेनियम एंटीआक्सीडेंट की तरह भी काम करता है और थायराइड ग्रंथि को फ्री रेडिकल के दुष्प्रभाव से बचाता है। यदि आप संतुलित भोजन लेते हैं तो पर्याप्त मात्रा में सेलेनियम हमें मिल जाता है और सेलेनियम सप्लीमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है।
सेलेनियम सप्लीमेंट्स डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही ले क्योंकि अधिक मात्रा में सेलेनियम भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
जस्ता या जिंक
Zinc
सेलेनियम की तरह जिंक भी थायराइड हार्मोन को सक्रिय करने में मदद करता है।
जिंक टीएसएच हॉर्मोन के स्तर को भी सामान्य बनाए रखने में मदद करता है जो थायराइड ग्रंथि को थायराइड हार्मोन बनाने के लिए निर्देश देता है।
संतुलित आहार से जिंक हमें पर्याप्त मात्रा में प्राप्त हो जाता है, इसलिए जिंक की कमी आम समस्या नहीं है।
किंतु यदि हाइपोथायरायडिज्म है, तो जिंक समृद्ध खाद्य पदार्थ, रोग में फायदेमंद हो सकते हैं।
यद्यपि कई अध्ययनों के अनुसार आयोडीन, जिंक और सेलेनियम हाइपोथायरायडिज्म में लाभकारी तत्व है, किंतु आयोडीन और सेलेनियम का सप्लीमेंट बिना डॉक्टर की सलाह से शुरू ना करें
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