हर्पीस जोस्टर – शिंगल्स


Herpes zoster – Shingles

हर्पीस जोस्टर जिसे शिंगल्स भी कहा जाता है, एक वायरस से होने वाली बीमारी है।

हर्पीस जोस्टर में त्वचा पर किसी एक स्थान पर पानी भरे हुए छोटे-छोटे दाने (blisters) निकल आते हैं। आमतौर पर यह दाने (rash) शरीर के एक साइड में आते है, बाएं या दाएं तरफ, या कभी कभी चेहरे पर भी आते है।

दाने निकलने के 2 से 4 दिन पहले कभी-कभी मरीज को उस स्थान पर झुनझुनाहट या दर्द महसूस हो सकता है। कभी-कभी दानों के साथ-साथ बुखार, सिर दर्द या थकान भी महसूस हो सकती है।

अधिकांश मरीजों में यह दाने दो से 4 हफ्तों में ठीक हो जाते हैं, किंतु किसी किसी मरीज में उस स्थान पर नस में दर्द रह जाता है, जो कि कुछ महीनों से वर्षों तक रह सकता है, जिसे पोस्ट हर्पेटिक न्यूराल्जिया (postherpetic neuralgia) कहते हैं।

यदि व्यक्ति की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) कमजोर है, तो यह दाने शरीर में कई स्थानों पर आ सकते हैं।

यदि यह दाने आंखों के पास आते हैं, तो आंखों की रोशनी जाने का खतरा हो सकता है।

हर्पीस जोस्टर क्यों होता है?

हर्पीस जोस्टर शरीर में वेरिसेला ज़ोस्टर वायरस (Herpes Varicella-Zoster Virus) नामक वायरस के पुनः सक्रिय होने के कारण होता है।

वेरिसेला ज़ोस्टर से चिकन पॉक्स (Chicken Pox) या छोटी माता नामक रोग होता है। चिकन पॉक्स ठीक हो जाने के बाद यह वायरस निष्क्रिय रूप से किसी नस में कई वर्षों तक रहता है।

जब व्यक्ति की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) कमजोर हो जाती है या फिर वृद्धावस्था में यह नस से निकल कर* त्वचा तक आता है और हर्पीस जोस्टर नामक रोग का कारण बनता है। * (from the nerve body to the nerve ending in the skin)

हर्पीस जोस्टर का उपचार

चिकित्सक हर्पीस जोस्टर का निदान मरीज के लक्षण और त्वचा की जांच के आधार पर करते हैं।

हर्पीस जोस्टर का कोई निश्चित उपचार नहीं है (can not be cured)। उपचार में दवा, रोग की गंभीरता और अवधि कम करने के लिए दी जाती है।

दर्द से राहत के लिए दर्द निवारक दवा जैसे कि पेरासिटामोल या ब्रूफेन (brufen) दी जाती है और त्वचा पर लगाने के लिए कैलामिन लोशन का उपयोग किया जाता है।

क्योंकि यह रोग वायरस के कारण होता है, इसलिए डॉक्टर एंटीवायरल दवा भी दे सकते हैं, जैसे कि एसाइक्लोवीर (acyclovir), वैलासाइक्लोवीर (valaciclovir) या फेमसाइक्लोवीर (famciclovir)।

एंटीवायरल दवा दाने निकलने के 72 घंटों के भीतर दी जाए तो यह रोग की गंभीरता और अवधि कम कर सकते हैं।

एसाइक्लोवीर (acyclovir) 800 mg, दिन में 5 बार, 7 से 10 दिनों तक दी जाती है।

वैलासाइक्लोवीर (valaciclovir) 1000 mg, दिन में 3 बार, 7 दिनों तक दी जाती है।
वैलासाइक्लोवीर (valaciclovir) यह हर्पीस जोस्टर का drug of choice है।